आरएसएस के एक सहयोगी संगठन ‘समृद्धिनी न्यास’ ने गर्भवती महिलाओं के लिए ‘गर्भ संस्कार’ नाम से एक अभियान शुरू किया है.
समृद्धिनी न्यास की राष्ट्रीय संगठन सचिव माधुरी मराठे ने बताया कि इस अभियान के तहत महिलाओं को गर्भ में ही बच्चों को संस्कृति और मूल्यों की शिक्षा देने को कहा जाएगा.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ समृद्धि न्यास स्त्री रोग विशेषज्ञ, आयुर्वेदिक डॉक्टरों और योग प्रशिक्षकों के साथ मिलकर एक कार्यक्रम तैयार कर रहा है, जिसके तहत महिलाओं के गर्भकाल के दौरान गीता और रामायण का पाठ होगा और योग सिखाया जाएगा.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इसका मकसद गर्भ के अंदर पहले रहे ‘बच्चों में सांस्कृतिक मूल्य पैदा करना है.’