नागपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि प्राचीन काल से भगवान हनुमान और इतिहास काल से 17वीं शताब्दी के मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज आदर्श हैं. स्वामी विवेकानंद की 160वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और इसके शीर्ष नेताओं एम एस गोलवलकर और बालासाहेब देवरस ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि भगवा ध्वज आरएसएस का आदर्श है, जिसका मुख्यालय नागपुर में स्थित है. उन्होंने कहा, ‘‘यह (भगवा झंडा) हमारे सिद्धांतों का प्रतीक है.’’
भागवत ने कहा, ‘‘यदि आप एक व्यक्ति को एक आदर्श के रूप में चाहते हैं, तो तीनों (आरएसएस प्रमुखों) ने कहा है कि प्राचीन काल से हमारे आदर्श रामभक्त भगवान हनुमान हैं और इतिहास काल से, हमारे आदर्श छत्रपति शिवाजी महाराज हैं.’’उन्होंने कहा, ‘धर्म इस देश का सत्व है एवं सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है. जब कभी हिंदू राष्ट्र आगे बढ़ता है, वह उस धर्म के लिए ही आगे बढ़ता है. और अब यह ईश्वर की इच्छा है कि सनातन धर्म आगे बढ़े और इसलिए हिंदुस्तान का उदय निश्चित है.’
इससे पहले बुधवार को नागपुर में ही धर्मभास्कर पुरस्कार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे भागवत ने कहा था कि धर्म भारत का आवश्यक सत्व है और सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है. भागवत ने कहा कि, अंग्रेजों ने भारत के सत्व को हटाने के लिए एक नयी शिक्षा प्रणाली शुरू की और देश विपन्न हो गया