नई दिल्ली: रामदेव की कंपनी पतंजलि के पांच दवाइयों पर लगाया गया बैन चंद दिनों में ही वापस ले लिया गया। उत्तराखंड आयुर्वेद और यूनानी सेवा अथॉरिटी ने यह कहते हुए आदेश वापस ले लिया कि प्रतिबंध की घोषणा गलती से की गई थी।
द हिन्दू अखबार की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। पतंजलि ने प्रतिबंध हटाने के लिए सरकार की तारीफ की और कहा कि विभाग में कुछ “अज्ञानी, असंवेदनशील और कम योग्य अधिकारी” आयुर्वेद की पूरी परंपरा को कलंकित कर रहे हैं।
द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि के बैनर तले काम करने वाली दिव्य फार्मेसी को 12 नवंबर को लिखे एक पत्र में, उत्तराखंड आयुर्वेदिक और यूनानी सेवाओं के लाइसेंस अधिकारी डॉ. जी.सी.एस जंगपांगी ने कहा कि विभाग दिव्य मधुग्रित, दिव्य आईग्रिट गोल्ड नामक पांच दवाओं के उत्पादन पर प्रतिबंध लगाने के अपने पिछले आदेश में संशोधन कर रहा है।
आदेश में दिव्य थायरोग्रिट, दिव्य बीपीग्रिट और दिव्य लिपिडोम का उत्पादन जारी रखने की अनुमति दी गई है।