तेलंगाना में सीएम चेहरे को लेकर कांग्रेस ने पिक्चर साफ कर दी है. राज्य के नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी होंगे. 7 दिसंबर को शपथग्रहण समारोह है. कांग्रेस ने इस बार हुए विधानसभा चुनाव में तेलंगाना में बड़ी जीत हासिल की है. उसने 119 निर्वाचन क्षेत्रों में से 64 सीटों पर जीत हासिल की है. हालांकि, सीएम कौन होगा इस पर चल रहे सस्पेंस के बीच कांग्रेस पार्टी ने सनसनीखेज फैसला लिया है. तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को सीएलपी नेता घोषित किया गया है. कांग्रेस विधायकों द्वारा सीएलपी नेता चुने जाने के बाद रेवंत रेड्डी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. विधायकों की राय और वरिष्ठों से चर्चा जैसी कई कवायदों के बाद कांग्रेस पार्टी नेतृत्व ने रेवंत रेड्डी के नाम की घोषणा की. रेवंत रेड्डी 7 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. केसी वेणुगोपाल ने उत्तम कुमार रेड्डी और भट्टी विक्रमार्क की मौजूदगी में रेवंत के नाम की घोषणा की|
3 दिसंबर को तेलंगाना चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद अगले दिन 4 तारीख (सोमवार) को सीएलपी की बैठक गाचीबोवली के एला होटल में 40 मिनट तक चली. इस बैठक में शामिल पर्यवेक्षकों ने एक सर्वसम्मत प्रस्ताव दिल्ली भेजा. सीएम की रेस में पीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, भट्टी विक्रमार्क और उत्तम कुमार रेड्डी का नाम सामने आया
आंध्र प्रदेश से साल 2014 में अलग हुए तेलंगाना में जब केसीआर की सरकार आई उस वक्त रेवंत रेड्डी मुख्यमंत्री के काफी नजदीक माने जाते थे. रेड्डी हर वक्त केसीआर के साथ ही लगे रहते थे. उनके बोलने की बेहतरीन कला और पार्टी के प्रति उनका समर्पण उन्हें और नेताओं से अलग करता था. यही कारण है कि केसीआर ने उन्हें तेलंगाना टीडीपी का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया था.