जॉर्जिया मेलोनी का रूख अब तक न्यूट्रल रहा है. मेलोनी गाजा मसले पर साइलेंट थीं, लेकिन फ्लोटिला के पकड़े जाने के बाद इटली में उबाल है. लोग सड़कों पर उतर रहे हैं. 3 अक्टूबर को बड़े हड़ताल की घोषणा की गई है. ऐसे में इस हड़ताल को शांत करने के लिए अब मेलोनी को सख्त फैसला लेना होगा.
गाजा को लेकर मिडिल ईस्ट में चल रहे विरोध प्रदर्शन ने जॉर्जिया मेलोनी की टेंशन बढ़ा दी है. दरअसल, इजराइल ने सुमुद फ्लोटिला के जहाजों को रोक लिया है. स्विडिश कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग समेत कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिसके बाद इटली में हड़ताल की घोषणा हो गई है.समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इतलावी यूनियनों ने गाजा में मानवीय जहाजों को रोकने के फैसले को गलत ठहराया है. यूनियन ने पूरे देश में हड़ताल और प्रदर्शन की घोषणा कर दी है.
सुमुद फ्लोटिला क्या है?
इजराइल ने फिलिस्तीन जाने वाले सभी समुद्री रास्ते को रोक रखा है. कोई भी जहाज समुद्री रास्ते से अगर मानवीय सहायता पहुंचाने जाता है, तो उस पर इजराइली सेना अटैक कर देता है. इसी नाकेबंदी को तोड़ने के लिए स्विडिश कार्यकर्ता ग्रेट थेनबर्ग के नेतृत्व में 500 लोग एक जहाज पर सवार होकर गाजा जाना चाहते थे.
इन कार्यकर्ताओं को गाजा से पहले ही इजराइल ने रोक लिया है. इजराइल का कहना है कि सभी लोग कानून का उल्लंघन कर रहे थे. फ्लोटिला में शामिल जहाज को भी इजराइल ने जब्त कर लिया
इटली में गाजा को लेकर हड़ताल क्यों?
1. इस फ्लोटिला में इटली के भी 15-20 सोशल एक्टिविस्ट शामिल थे. इटली ने इन कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए पहले जहाज भेजने का फैसला किया था, लेकिन आखिर वक्त पर जॉर्जिया मेलोनी की सरकार ने जहाज को वापस बुला लिया. इटली के सोशल यूनियनों का कहना है कि सरकार अपने एक्टिविस्टों की सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं है.
2. इटली में वापमंथ की राजनीति काफी हावी है. अधिकांश वामपंथी इजराइल वर्सेज फिलिस्तीन की लड़ाई में फिलिस्तीन के पक्ष में है. गाजा में इजराइली हमले को अमानवीय बता रहे हैं. ऐसे में फ्लोटिला को जिस तरीके से रोका है, उससे वामपंथी संगठनों में आक्रोश है.
3. गाजा के मसले पर इटली की सरकार ने कोई स्टैंड नहीं लिया है. हाल ही में 2 स्टेट के फॉर्मूले पर भी इटली ने अपना रूख साफ नहीं किया. जॉर्जिया मेलोनी पूरे मसले पर अमेरिका की तरफ देख रही हैं, जिसे इटली में लेफ्ट विचारधारा के लोग गलत ठहरा रहे हैं.
यह मेलोनी के लिए टेंशन बढ़ाने वाला क्यों?
मेलोनी इटली की प्रधानमंत्री हैं और अब तक न्यूट्रल रहकर सभी मसलों का हल करती रही हैं, लेकिन गाजा मसले में जिस तरीके से विरोध हो रहा है, उसने मेलोनी की टेंशन बढ़ा दी है. मेलोनी को इस मसले पर अब स्टैंड लेना होगा.
यूरोप और इटली में मानवीय मूल्य एक अहम फैक्टर रहा है. इटली में 2027 के शुरुआत में आम चुनाव होने हैं. ऐसे में मेलोनी के लिए यह हड़ताल टेंशन बढ़ाने वाला है आभार :TV9 bharat versh












