Roznama Khabrein
No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
اردو
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Home विचार

केसीआर-नीतीश मुलाक़ात विपक्ष को धार देने का नया सफर

RK News by RK News
September 1, 2022
Reading Time: 1 min read
0
केसीआर-नीतीश मुलाक़ात विपक्ष को धार देने का नया सफर

समी अहमद

RELATED POSTS

अहमदाबाद: एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो कर, दो टुकड़ों में टूटा,242 यात्रियों में53 ब्रिटिश,

Waqf पर सुनवाई:केंद्र ने कहा- वक्फ अधिनियम के प्रमुख प्रावधान जारी रहेंगे, सुप्रीम कोर्ट  अब 20 मई को मामले की सुनवाई करेगा

गजा और शान्ति:अमेरिका की दोहरी नीति, दोहरा चरित्र

तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर यानी चंद्रशेखर राव ने दो दिन पहले ‘भाजपा मुक्त भारत’ का नारा देने के बाद बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाक़ात की। वह राजद प्रमुख लालू प्रसाद से भी मिल रहे हैं।

नौ अगस्त से पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर यानी चंद्रशेखर राव के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से किसी राजनैतिक बातचीत की उम्मीद कम ही थी लेकिन अगस्त के आख़िरी दिन वे हैदराबाद से दोपहर में पटना पहुँचे। केसीआर के साथ उनकी पार्टी टीआरसी- तेलंगाना राष्ट्र समिति के कुछ वरिष्ठ नेता भी हैं।

इसी दौरान भाजपा के नेता भी तेलंगाना के दौरे कर रहे हैं और असदुद्दीन ओवैसी की राजनीतिक उपस्थिति वाले दक्षिण के इस महत्वपूर्ण राज्य पर अपनी आँखें गड़ाये हुए हैं। ऐसे में केसीआर को बीजेपी के ख़िलाफ़ अपनी मुहिम में पटना से नीतीश और लालू का समर्थन मिलने से उन्हें अपने राज्य में भी लाभ मिल सकता है।

केसीआर की इस मुलाकात को राष्ट्रीय स्तर पर 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के सफर की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। केसीआर वैसे तो अपने कांग्रेस विरोध के लिए भी जाने जाते हैं लेकिन इस समय यह कहा जा रहा है कि नीतीश और लालू के साथ वे दरअसल ’भाजपा मुक्त भारत’ के तहत विपक्ष की एकजुटता को प्राथमिकता दे रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि नीतीश कुमार और लालू केसीआर से कांग्रेस के रोल पर भी बात करेंगे और हो सकता है कि तेलंगाना में केसीआर और कांग्रेस की कड़वाहट को कम करने पर भी बात हो।

इससे पहले साल की शुरुआत में ही तेजस्वी यादव केसीआर से मिलने हैदराबाद गये थे लेकिन तब नीतीश कुमार बीजेपी के साथ थे। अब बदली परिस्थिति में केसीआर ने भी अपनी रणनीति तेज कर दी है क्योंकि इस समय हिन्दी पट्टी में नीतीश से बेहतर छवि और राजनैतिक चतुराई वाला कोई और नेता नहीं मिल सकता।

एक समय ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री मोदी के मुक़ाबले विपक्ष का मज़बूत विकल्प माना जा रहा था लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में उनके नेताओं के लगातार फँसते चले जाने और शरद पवार का इसके लिए राजी न होने के बाद उन पर चर्चा थम गयी लगती है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बारे में भी ऐसी चर्चा चलती है लेकिन उनके सॉफ्ट हिंदुत्व के कारण उनकी इस भूमिका को बहुत बल नहीं मिल पा रहा है।

ऐसे में, इस मुलाक़ात के बाद जनता दल यूनाइटेड के नेता यह प्रचारित करने की कोशिश कर सकते हैं कि नीतीश कुमार 2024 के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता की धुरी बन रहे हैं। नीतीश कुमार अपनी यह भूमिका बिहार के हद तक तो 2015 में बखूबी निभा चुके हैं लेकिन अब जबकि वे लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद-तेजस्वी यादव के साथ मिलकर लड़ेंगे तो यह देखना दिलचस्प होगा कि वे कांग्रेस और वामपंथी दलों के साथ मिलकर भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को कितनी मजबूत चुनौती दे पाते हैं।

नीतीश कुमार का यह रोल बिहार से निकलकर उत्तर प्रदेश के सीमाई इलाक़ों और झारखंड में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

जदयू के नेता कह रहे हैं कि केसीआर का पटना में नीतीश कुमार से मिलने का मतलब यह है कि नीतीश को राष्ट्रीय तौर पर एक विकल्प रूप में देखा जा रहा है। रोचक बात यह है कि जदयू के नेता प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गयी उस प्रशंसा को भी दोहरा रहे हैं जो उन्होंने बिहार विधानसभा के शताब्दी कार्यक्रम के समापन समारोह में की थी।

मोदी ने मोटे तौर पर यह कहा था कि नीतीश कुमार पर परिवारवाद का कोई आरोप नहीं है और वे सच्चे समाजवादी हैं। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ माहौल बनाने में भी नीतीश कुमार की भूमिका कम नहीं है। वे मोदी की तरह सटीक बयान देने के लिए मशहूर हैं और एक बार तो उन्होंने भाजपा को ‘बड़का झुट्ठा पार्टी’ का खिताब भी दिया था।

हालाँकि खुद नीतीश कुमार कह चुके हैं कि वे प्रधानमंत्री की रेस में नहीं हैं। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी भी कहते हैं कि नीतीश कुमार का पूरा फोकस विपक्ष की एकता पर है। उनका कहना है कि नीतीश कुमार की कोशिश विपक्ष को एक मंच पर लाना और बीजेपी को 2024 के चुनाव में तगड़ा झटका देना है।

यह बयान अपनी जगह, लेकिन जदयू के नेता नीतीश कुमार के बारे में घुमा फिराकर यह बात भी कहते हैं कि वे प्रधानमंत्री बनने की

योग्यता रखते हैं। पहले बीजेपी के सीनियर नेता सुशील कुमार भी नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल कहते थे। अब तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद भी उनके बारे में यही राय रखते हैं।

राजद सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद सीबीआई-इनकम टैक्स और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों के कथित राजनैतिक दुरुपयोग पर भी विचार विमर्श कर सकते हैं। तेजस्वी यादव इस समय आईआरसीटीसी और जमीन के बदले रेलवे में नौकरी के आरोपों का सामना कर रहे हैं और केन्द्रीय एजेंसियों के बारे में खुलकर अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं। समझा जाता है कि इस मामले में केसीआर लालू परिवार के प्रति अपना समर्थन जताएंगे।

 

 

 

ShareTweetSend
RK News

RK News

Related Posts

विचार

अहमदाबाद: एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो कर, दो टुकड़ों में टूटा,242 यात्रियों में53 ब्रिटिश,

June 12, 2025
विचार

Waqf पर सुनवाई:केंद्र ने कहा- वक्फ अधिनियम के प्रमुख प्रावधान जारी रहेंगे, सुप्रीम कोर्ट  अब 20 मई को मामले की सुनवाई करेगा

May 15, 2025
विचार

गजा और शान्ति:अमेरिका की दोहरी नीति, दोहरा चरित्र

May 12, 2025
विचार

ईस्ट इंडिया कंपनी भले खत्म हो गई, उसका डर फिर से दिखने लगा!

November 6, 2024
विचार

इस्लामोफोबिया से मुकाबला बहुत पहले शुरू हो जाना था:–राम पुनियानी

September 16, 2024
विचार

क्या के.सी. त्यागी द्वारा इजरायल को हथियारों की आपूर्ति रोकने के आह्वान के कारण उन्हें अपना पद गँवाना पड़ा?

September 5, 2024
Next Post
यूपी में 16 आईएएस अफसरों के तबादले, ताकतवर नवनीत सहगल का कद छोटा कर दिया

यूपी में 16 आईएएस अफसरों के तबादले, ताकतवर नवनीत सहगल का कद छोटा कर दिया

पहले यूपीए लगाया, अब पढ़ने का अधिकार छीना: सफूरा जरगर

पहले यूपीए लगाया, अब पढ़ने का अधिकार छीना: सफूरा जरगर

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended Stories

Train Accident: बालासोर हादसे के तीन दिन बाद फिर रेल हादसा! ओडिशा में पटरी से उतरी मालगाड़ी

June 5, 2023
हिजाब: आर-पार के मूड में क्यों ईरान की महिलाएं

हिजाब: आर-पार के मूड में क्यों ईरान की महिलाएं

September 21, 2022
दिल्ली सरकार की लोन योजना: दो छात्रों को मिला लोन और विज्ञापन पर खर्च हुए 19 करोड़

दिल्ली सरकार की लोन योजना: दो छात्रों को मिला लोन और विज्ञापन पर खर्च हुए 19 करोड़

August 19, 2022

Popular Stories

  • मेवात के नूह में तनाव, 3 दिन इंटरनेट सेवा बंद, 600 परFIR

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • दिल्ली में 1396 कॉलोनियां हैं अवैध, देखें इनमें आपका इलाका भी तो नहीं शामिल ?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • कौन हैं जामिया मिलिया इस्लामिया के नए चांसलर डॉक्टर सैय्यदना सैफुद्दीन?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • NCERT Recruitment 2023 में नौकरी पाने का जबरदस्त मौका, कल से शुरू होगा आवेदन, जानें तमाम डिटेल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • पकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में महिला यूट्यूबर ज्योति गिरफ्तार, पूछताछ में किए बड़े खुलासे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • नूपुर को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, कहा- बयान के लिए टीवी पर पूरे देश से माफी मांगे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
Roznama Khabrein

The Roznama Khabrein advocates rule of law, human rights, minority rights, national interests, press freedom, and transparency on which the newspaper and newsportal has never compromised and will never compromise whatever the costs.

More... »

Recent Posts

  • नई दिल्ली:नेवी का क्लर्क विशाल  जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, पाक महिला हैंडलर ‘प्रिया शर्मा’ को गोपनीय सैन्य जानकारी दी
  • SCO में चीन-पाक का खेल: पहलगाम की जगह बलूचिस्तान का नाम… भारत का जॉइंट स्टेटमेंट पर साइन से इनकार
  • इजराइल-ईरान और अमेरिका:12 दिन की war में किस को कितना फायदा व नुक्सान:report

Categories

  • Uncategorized
  • अन्य
  • एजुकेशन
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • विचार
  • समाचार
  • हेट क्राइम

Quick Links

  • About Us
  • Support Us
  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • Grievance
  • Contact Us

© 2021 Roznama Khabrein Hindi

No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو

© 2021 Roznama Khabrein Hindi