नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है। अगर उनसे कहा जाता तो भी वह अपना धर्म परिवर्तन नहीं करतीं। टाइम्स नाउ समिट में बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि 2009 में केरल उच्च न्यायालय ने ‘लव जिहाद’ शब्द को स्वीकार किया और रिकॉर्ड किया कि हिंदू और ईसाई लड़कियों को टारगेट किया गया था।
बातचीत के दौरान जब स्मृति ईरानी से उनके धर्म के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं ईरानी सरनेम के साथ एक प्राउड हिंदू हूं।” जब उनसे पूछा गया कि आप हिंदू हैं या पारसी तो केंद्रीय मंत्री ने कहा, “देखिए पारसी धर्म में धर्मांतरण नहीं होता। और धर्मांतरण होता तो भी, मैं गर्व से हिंदू हूं और अपना धर्म मैं नहीं बदलती।”
ईरानी ने विपक्ष के दावों का भी खंडन किया कि भाजपा बहुसंख्यकवाद की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत और 80 करोड़ भारतीयों को मुफ्त राशन वितरण जैसी केंद्र सरकार की योजनाएं किसी विशेष धर्म के लोगों को कोई तरजीह नहीं दे रही हैं। उन्होंने सवाल किया, “क्या सड़क जो पीएम मोदी बना रहे हैं पूछ रहे हैं कि आप किस धर्म के हैं?