Roznama Khabrein
No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
اردو
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Home समाचार

हिजाब: धार्मिक मामलों में अदालत कानूनदां ना बने, राजीव धवन

RK News by RK News
September 15, 2022
Reading Time: 1 min read
0
हिजाब: धार्मिक मामलों में अदालत कानूनदां ना बने, राजीव धवन

नई दिल्ली: हिजाब पर सुप्रीमकोर्ट में बुधवार 14 सितंबर को जोरदार बहस हुई। वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन समेत कई वकीलों ने बहस में हिस्सा लिया। धवन ने अपने तर्कों के जरिए धारदार तर्क रखे

RELATED POSTS

शेख हसीना पर ट्रिब्यूनल ने गंभीर मामलों में तय किए आरोप; गिरफ्तारी वारंट जारी

कोविड-19 की नई लहर: भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली के लिए चुनौतियाँ

भारत ने पहली बार माना- पाकिस्तान से संघर्ष में कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे ,सीडीएस चौहान का बयान सामने आया

सत्य डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार बहस की शुरुआत करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन ने कहा कि पूरे देश में अधिकांश मुस्लिम महिलाएं हिजाब पहनती हैं। अदालत को यह देखना चाहिए क्या वास्तव में यह प्रथा प्रचलित है या नहीं। अदालत को धार्मिक मामलों में कानून नहीं झाड़ना चाहिए। पूरी दुनिया में हिजाब को वैध माना जाता है।

अदालत ने वकील धवन से पूछा कि क्या हिजाब इस्लाम में आवश्यक प्रेक्टिस है, इस पर धवन ने कहा कि हिजाब पूरे भारत में पहना जाता है। यह एक आवश्यक इस्लामिक प्रैक्टिस है। बिजॉय एमेनुएल केस में अदालत ने ही तय किया था कि अगर ये साबित हो जाए कि कोई प्रैक्टिस सही और स्वीकार्य है तो उसकी अनुमति दी जा सकती है। और मुस्लिम महिलाओं के हिजाब के बारे में तो सभी जानते हैं। धवन ने कहा कि मामला दरअसल यह है कि हिजाब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। कर्नाटक सरकार के आदेश का कोई आधार नहीं है। यह सिर्फ मुस्लिम महिलाओं को टारगेट करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।

राजीव धवन ने आगे का कि अदालत को यह जांचना होगा कि जो प्रथा है वो प्रचलित है या नहीं, वो प्रथा कहीं दुर्भावनापूर्ण तो नहीं है। किसी बाहरी संस्था या निकाय यह कहने का कोई अधिकार नहीं है कि ये चीज धर्म का आवश्यक अंग नहीं है। जजों को धर्म के मामले में कानूनदां नहीं बनना चाहिए।

याचिकाकर्ताओं की तरफ से एडवोकेट हुजैफा अहमदी मैं बहस में हिस्सा लेते हुए तर्क दिया कि अगर यह मान भी लिया जाए कि कि हिजाब एक आवश्यक धार्मिक प्रथा नहीं है, तो यह संविधान के अनुच्छेद 29 (1) के तहत संरक्षित सांस्कृतिक प्रथा तो जरूर होगी। अगर किसी को हिजाब के नाम पर उकसाया भी जा रहा है, तो राज्य की प्राथमिकता क्या होना चाहिए – शिक्षा या फिर हिजाब विरोधियों का समर्थन? क्या हिजाब से इतना नुकसान हो रहा है कि आप इसे प्रतिबंधित करके लड़कियों को शिक्षा से वंचित कर दें।

सुनवाई के दौरान, जजों ने यह भी चर्चा की कि लड़कियों की ड्रॉप आउट दर (स्कूल में पढ़ाई छोड़ने की दर) बहुत अधिक है, लेकिन कर्नाटक हाईकोर्ट के सामने यह तर्क नहीं दिया गया। जस्टिस धूलिया ने कहा, “हाईकोर्ट के सामने आपने सिर्फ आवश्यक धार्मिक प्रथा को उठाया था।”

जस्टिस धूलिया ने तब अहमदी से पूछा कि क्या उनके पास स्कूल छोड़ने वाले छात्रों के प्रामाणिक आंकड़े हैं। अहमदी ने अदालत को सूचित किया कि उनके पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 17,000 मुस्लिम छात्राएं परीक्षा नहीं दे पाईं।

ShareTweetSend
RK News

RK News

Related Posts

समाचार

शेख हसीना पर ट्रिब्यूनल ने गंभीर मामलों में तय किए आरोप; गिरफ्तारी वारंट जारी

June 1, 2025
समाचार

कोविड-19 की नई लहर: भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली के लिए चुनौतियाँ

June 1, 2025
समाचार

भारत ने पहली बार माना- पाकिस्तान से संघर्ष में कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे ,सीडीएस चौहान का बयान सामने आया

May 31, 2025
समाचार

ABVP ने मुस्लिम प्रोफेसर को कॉलेज कैंपस में बेरहमी से पीटा,lovejihad का आरोप

May 31, 2025
समाचार

बिहार उर्दू अकादमी का जल्द से जल्द पुनर्गठन किया जाए: डॉ. सैयद अहमद खान

May 31, 2025
समाचार

जामिया नगर ने राहत की सांस ली, अभी नहीं चलेगा यूपी सरकार का बुलडोजर, दिल्ली हाईकोर्ट ने लगाई रोक

May 30, 2025
Next Post
यूपी: लखीमपुर में दो बहनों के पेड़ से लटके मिले शव, परिवार को हत्या का शक

यूपी: लखीमपुर में दो बहनों के पेड़ से लटके मिले शव, परिवार को हत्या का शक

57 ब्यूरोक्रेट्स ने कहा, चुनाव आयोग ‘आप’ की मान्यता खत्म करें

57 ब्यूरोक्रेट्स ने कहा, चुनाव आयोग 'आप' की मान्यता खत्म करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended Stories

उत्तराखंड हादसा: 4 दिन से सुरंग में फंसे 40 मजदूर, रेस्क्यू के लिए ली जाएगी अमेरिकी ड्रिल मशीन की मदद

November 16, 2023
सुप्रीम कोर्ट का आदेश, ज़ी न्यूज एंकर रोहित रंजन को पुलिस गिरफ्तार न करे

सुप्रीम कोर्ट का आदेश, ज़ी न्यूज एंकर रोहित रंजन को पुलिस गिरफ्तार न करे

July 8, 2022

RSS के पूर्व प्रचारकों ने बनाई राजनीतिक पार्टी, भाजपा और अन्य दलों को हिन्दुत्व पर देगी चुनौती

September 8, 2023

Popular Stories

  • मेवात के नूह में तनाव, 3 दिन इंटरनेट सेवा बंद, 600 परFIR

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • कौन हैं जामिया मिलिया इस्लामिया के नए चांसलर डॉक्टर सैय्यदना सैफुद्दीन?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • NCERT Recruitment 2023 में नौकरी पाने का जबरदस्त मौका, कल से शुरू होगा आवेदन, जानें तमाम डिटेल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • पकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में महिला यूट्यूबर ज्योति गिरफ्तार, पूछताछ में किए बड़े खुलासे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • नूपुर को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, कहा- बयान के लिए टीवी पर पूरे देश से माफी मांगे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • दुआएं कुबूल, हल्द्वानी में नहीं चलेगा बुलडोजर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
Roznama Khabrein

The Roznama Khabrein advocates rule of law, human rights, minority rights, national interests, press freedom, and transparency on which the newspaper and newsportal has never compromised and will never compromise whatever the costs.

More... »

Recent Posts

  • शेख हसीना पर ट्रिब्यूनल ने गंभीर मामलों में तय किए आरोप; गिरफ्तारी वारंट जारी
  • कोविड-19 की नई लहर: भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली के लिए चुनौतियाँ
  • भारत ने पहली बार माना- पाकिस्तान से संघर्ष में कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे ,सीडीएस चौहान का बयान सामने आया

Categories

  • Uncategorized
  • अन्य
  • एजुकेशन
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • विचार
  • समाचार
  • हेट क्राइम

Quick Links

  • About Us
  • Support Us
  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • Grievance
  • Contact Us

© 2021 Roznama Khabrein Hindi

No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو

© 2021 Roznama Khabrein Hindi