‘पनौती’ शब्द अब बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। राहुल गांधी द्वारा चुनावी रैली में इसके इस्तेमाल के बाद अब चुनाव आयोग सक्रिय हो गया है। इसने राहुल गांधी को पीएम मोदी पर उनके ‘पनौती’ और ‘जेबकतरे’ तंज के लिए नोटिस जारी किया है। इसके अलावा नोटिस में ‘चार-पाँच उद्योगपतियों को फायदा पहुँचाने’ के राहुल गांधी के असत्यापित आरोपों का ज़िक्र किया गया है। उनसे 25 नवंबर तक जवाब देने को कहा गया है।
बीजेपी की शिकायत पर चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि राहुल गांधी ने राजस्थान में अपने अभियान के दौरान अन्य अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और असत्यापित आरोप लगाए। शिकायत में कहा गया है कि इस तरह की भाषा का इस्तेमाल एक वरिष्ठ नेता के लिए अशोभनीय है। चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में बताया कि आदर्श आचार संहिता नेताओं को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ असत्यापित आरोप लगाने से रोकती है।
राहुल के ख़िलाफ़ तीन शिकायतें की गई हैं। एक तो जेबकतरा से जुड़ा उनका बयान है। इसमें राहुल ने कहा था कि जेबकतरे का काम करने में तीन लोग होते हैं। इसके लिए राहुल गांधी ने पीएम मोदी, व्यवसायी गौतम अडानी और गृहमंत्री अमित शाह का नाम लिया था। एक अन्य शिकायत राहुल के उस बयान से जुड़ी है जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘पिछले 9 साल में नरेंद्र मोदी जी ने 1400000 करोड़ रुपये हिंदुस्तान के सबसे बड़े उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया’।