मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात के बाद JD(U) बिहार अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा, “हमारी पार्टी ने सुझाव दिया है कि चुनाव एक ही चरण में कराए जाएं. छठ पर्व के दौरान बाहर से आने वाले मतदाताओं को वोट डालने की सुविधा देने के लिए, चुनाव छठ पर्व के तुरंत बाद आयोजित किए जाने चाहिए.
Patna बिहार विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है. शनिवार निर्वाचन आयोग की टीम के साथ बिहार के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई. इस बैठक में राजनीतिक दलों ने निर्वाचन आयोग से कहा कि राज्य में छठ पूजा के तुरंत बाद विधानसभा चुनाव कराए जाएं, ताकि मतदाताओं की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने में मदद मिल सके. बिहार में दिवाली के बाद मनाए जाने वाले छठ पर्व का बहुत महत्व है. यह पर्व इस साल 25 से 28 अक्टूबर के बीच मनाया जाएगा. छठ के लिए बिहार में लाखों प्रवासी पहुंचते हैं. ऐसे में उस समय चुनाव होने से मतदान अधिक होने की उम्मीद है.अधिकारियों ने बताया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और निर्वाचन आयुक्त एसएस संधू तथा विवेक जोशी के साथ बातचीत में छह राष्ट्रीय और इतनी ही राज्य स्तरीय पार्टियों के प्रतिनिधियों ने कम चरणों में चुनाव कराने पर भी जोर दिया जदयू की डिमांड- एक ही चरण में हो चुनाव
मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात के बाद JD(U) बिहार अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा, “हमारी पार्टी ने सुझाव दिया है कि चुनाव एक ही चरण में कराए जाएं. छठ पर्व के दौरान बाहर से आने वाले मतदाताओं को वोट डालने की सुविधा देने के लिए, चुनाव छठ पर्व के तुरंत बाद आयोजित किए जाने चाहिए.”हमने आग्रह किया है कि बिहार में 1 फेज में चुनाव होना चाहिए.बिहार में कानून व्यवस्था अच्छी है… अगर महाराष्ट्र में एक फेज में हो सकता है तो बिहार में क्यों ना होगा RJD ने दो फेज में चुनाव कराने की मांग की है
राजद ने भी चुनाव आयोग से दो फेज में चुनाव कराने की मांग की है. साथ ही यह भी मांग की है कि जो नाम काटे गए हैं, उनकी अलग सूची जारी की जाए. बुर्का हटाकर महिलाओं की जांच करने पर विरोध किया गया. राजद के प्रतिनिधि ने कहा कि जब SIR की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, तो इसकी क्या जरूरत है? उन्होंने यह भी कहा कि दलित टोलों में प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से होनी चाहिए, ताकि वोट देने में आसानी हो.
भाजपा अध्यक्ष ने दो फेज में चुनाव कराने की सलाह दी
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “हमने चुनाव आयोग को बधाई दी कि पारदर्शी तरीके से मतदाता सूची का प्रकाशन किया गया. हमने कुछ सुझाव भी दिए हैं. चुनाव के एक-दो दिन पहले पिछड़े समाज, अति पिछड़े समाज के गांवों में अर्धसैनिक बल की उपलब्धता हो और वहां मार्च भी कराया जाए ताकि वोटर में आत्मविश्वास जगे कि उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं डाला जाएगा.आभार: एनडीटीवी इंडिया












