अभी तक कांग्रेस पार्टी एक एक करके प्रादेशिक पार्टियों को भाजपा की बी टीम बताती थी। कांग्रेस नेताओं को जब जिस क्षेत्रीय पार्टी से दिक्कत होती थी उसे भाजपा की बी टीम बता देते थे। पहली बार ऐसा हो रहा है, जब किसी ने सीधे कांग्रेस और उसमें भी राहुल गांधी को निशाना बनाते हुए कहा कि उनकी वजह से भाजपा को फायदा हो रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने कहा है कि भाजपा जान बूझकर राहुल गांधी को हीरो बना रही है। उनके हिसाब से राहुल की वजह से भाजपा को फायदा है क्योंकि नरेंद्र मोदी को मुकाबले राहुल का चेहरा लोगों के बीच टिकने वाला नहीं है। यह ममता की नहीं, बल्कि कई प्रादेशिक पार्टियों के नेताओं की सोच है। इसलिए वे चाहते हैं कि किसी नेता का चेहरा नहीं प्रोजेक्ट किया जाए।
सवाल है कि क्या सचमुच भाजपा जान बूझकर राहुल को हीरो बना रही है? अगर ऐसा नहीं होता तो राहुल के ऊपर इतना फोकस करने की क्या जरूरत है? भाजपा के नेता राहुल को जनता से खारिज किया हुआ नेता बताते हैं और उनके पप्पू कहते हैं। लेकिन लंदन में दिए उनके बयान पर उनकी सदस्यता खत्म कराने का मामला हो या संसद में अदानी और प्रधानमंत्री मोदी के संबंधों पर दिए गए भाषण की वजह से विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजना हो या श्रीनगर में दिए भाषण के लिए दिल्ली पुलिस उनके घर भेजने का मामला हो, भाजपा ने पूरा फोकस राहुल पर बनवाया है। वे अपने आप सबसे बड़े विपक्षी नेता बन रहे हैं। यह मैसेज बन रहा है कि राहुल गांधी की नरेंद्र मोदी से लड़ रहे हैं। कांग्रेस भी अपने प्रचार तंत्र के जरिए यह मैसेज बनवा रही है। इससे भाषाई और क्षेत्रीय अस्मिता की राजनीति करने वाली पार्टियों को मुश्किल हो रही है। उनको लग रहा है कि राहुल का चेहरा आगे हुआ तो उनके राज्य में अस्मिता की राजनीति सफल नहीं हो पाएगी।