राष्ट्रव्यापी भारत बंद का व्यापक असर देशभर में दिखने लगा है. 25 करोड़ से अधिक कर्मचारियों द्वारा बुलाए गए इस बंद के चलते सार्वजनिक सेवाएं, परिवहन और बैंकिंग व्यवस्था प्रभावित हुई है. पश्चिम बंगाल में इसका असर सबसे ज्यादा देखने को मिला, जहां कोलकाता के जाधवपुर में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया और सिलीगुड़ी में बस सेवाएं ठप रहीं.
बिहार में वोटर लिस्ट की जांच के खिलाफ महागठबंधन का विरोध जारी है। राज्य के अलग-अलग में चक्का जाम किया जा रहा है। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और पप्पू यादव ने वोटर लिस्ट की जांच की प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण बताते हुए विरोध का बिगुल फूंक दिया है।बिहार के अलग-अलग इलाकों में महागठबंधन की पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही रेल रोको अभियान शुरू कर दिया है। अररिया, जहानाबाद, दरभंगा और हाजीपुर समेत कई शहरों में RJD के साथ दूसरी विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने रेल की पटरियों पर खड़े होकर ट्रेनें रोकी हैं। महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने पटना, जहानाबाद और दरभंगा में ट्रेनों को रोक दिया है. कई जगहों पर सड़कें जाम हैं और टायर जलाकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं.बिहार में चक्का जाम के तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर रेल पटरी को जाम किया.
‘लोकसभा नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और RJD नेता तेजस्वी यादव राज्य विधानसभा चुनाव 2025 से पहले बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (S.I.R) के खिलाफ महागठबंधन द्वारा बुलाए गए ‘बिहार बंद’ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। चुनाव आयोग द्वारा वोटर लिस्ट की जांच के विरोध में महागठबंधन आज पूरे राज्य में चक्का जाम कर रहा है। बिहार के अलग-अलग इलाकों में महागठबंधन की पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही रेल रोको अभियान शुरू कर दिया है। अररिया, जहानाबाद, दरभंगा और हाजीपुर समेत कई शहरों में RJD के साथ दूसरी विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने रेल की पटरियों पर खड़े होकर ट्रेनें रोकी हैं। बिहार में महागठबंधन के विरोध प्रदर्शन से जुड़े हर बड़े अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहें:
‘चुनाव आयोग अपनी विश्वसनीयता पूरी तरह खो चुका है’
RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘आज पूरा बिहार बंद है, चुनाव आयोग अपनी विश्वसनीयता पूरी तरह खो चुका है। वोटर लिस्ट से गरीब लोगों के नाम हटाने की बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है, पहले ये नाम हटाए जाएंगे, फिर पेंशन, फिर राशन हटाएंगे, इसी को लेकर महागठबंधन के दलों ने बिहार बंद का ऐलान किया है। इसके साथ ही ट्रेड यूनियनों ने भी बंद का ऐलान किया है, हम उनका समर्थन करते हैं। राहुल गांधी भी इसमें उनका साथ देने आ रहे हैं। चुनाव आयोग एक राजनीतिक दल का प्रकोष्ठ बन गया है। चुनाव आयोग खुद कन्फ्यूज है। हम हर मंच पर लड़ेंगे, चाहे वह सड़क हो, सदन हो या न्यायालय।’बिहार बंद’ पर एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार ने कहा, “हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए सड़कों पर निकले हैं. अगर सड़कें खामोश हो जाती हैं, तो संसद भटक जाती है.”
बुलाया गया है भारत बंद?
भारत बंद का मकसद केंद्र सरकार की उन नीतियों का विरोध करना है, जिन्हें मज़दूर-विरोधी, किसान-विरोधी और कॉर्पोरेट समर्थक बताया जा रहा है. यूनियनों का आरोप है कि सरकार श्रम सुधारों की आड़ में मज़दूरों के अधिकारों को कमजोर कर रही है, हड़ताल और सामूहिक सौदेबाजी जैसे मूलभूत अधिकारों को समाप्त कर रही है और नौकरी की स्थिति को अस्थिर बना रही है.












