अयोध्या में एडीएम कानून व्यवस्था की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। वो अपने कमरे में मृत पाए गए। मौके पर सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं।बृहस्पतिवार को सुबह एडीएम के आवास पर जब उनकी नौकरानी पहुंची तो दरवाजा भीतर से बंद था। कॉल बेल बजाने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो नौकरानी ने पड़ोस में रहने वाले अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय और पुलिस को जानकारी दी गई।
थोड़ी देर में कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस के पहुंचने पर फॉरेंसिक टीम की मौजूदगी में दरवाजा खोला गया। दरवाजा खोलने पर एक कमरे में एडीएम गिरे हुए पाए गए। थोड़ी दूर पर खून भी बिखरा हुआ था। प्रारंभिक जांच के आधार पर हार्ट अटैक की आशंका जताई जा रही है।
एडीएम अपने आवास पर अकेले रहते थे और पिछले कई दिनों से कुछ अस्वस्थ भी चल रहे थे। इस बीच कमिश्नर गौरव दयाल और डीएम चंद्र विजय सिंह समेत अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बताया जाता है कि एडीएम मूल रूप से फर्रुखाबाद के रहने वाले थे।
कानपुर नगर के गणेश नगर में उनका परिवार रहता था। परिवार को घटना की सूचना दे दी गई है। परिवार के सदस्य यहां के लिए रवाना हो गए.एडीएम सुरजीत यहां से पहले प्रतापगढ़ में एसडीएम के पद पर तैनात थे। प्रोन्नति पाकर एडीएम बने और अयोध्या में उनकी तैनाती 25 अक्तूबर वर्ष 2023 को हुई। उनकी उम्र 58 वर्ष बताई जा रही है। इस बारे में फिलहाल कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। (अमर उजाला के इनपुट के साथ)