नई दिल्ली: अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में अब छात्रों को सनातन धर्म की पढ़ाई कराई जाएगी, यूनिवर्सिटी के इस्लामिक स्टडीज विभाग के चैयरमैन की ओर से उच्चाधिकारियों को इससे संबंधित प्रस्ताव भेजा गया है।
जिसमें विद्यार्थियों को अब सनातन धर्म की भी पढ़ाई कराने के लिए आग्रह किया गया है0प्रस्ताव के मुताबिक, पढ़ाई ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए होगी, जिसमें सनातन धर्म के अलावा अन्य धर्मों के बारे में भी बताया जाएगा।
एएमयू के शताब्दी वर्ष समारोह के अंतर्गत आयोजित हुए वर्चुअल समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए पीएम मोदी ने एएमयू के इस्लामिक स्टडी डिपार्टमेंट की तारीफ की थी, उन्होंने कहा था कि विदेशी छात्रों को भारत की संस्कृति से भी रूबरू कराया जाए।
पीएम मोदी की तारीफ के बाद विभाग के शिक्षकों ने कहा था कि एएमयू ऐसा काम पहले से कर रहा है और आगे भी करता रहेगा, इसी कड़ी में विभाग की ओर से अब नए नया कोर्स शुरू करने का फैसला लिया गया है।
कम्प्रेटिव रिलीजन नाम से शुरू होने वाले इस कोर्स के जरिए विद्यार्थियों को सनातन धर्म की पढ़ाई कराई जाएगी, साथ ही उनको अन्य विभिन्न धर्मों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा, अधिकारियों का कहना है कि कोर्स अगले शैक्षिक सत्र से विभाग में शुरू कर दिया जाएग।
इससे पहले एएमयू प्रशासन ने इस्लामिक स्टडीज डिपार्टमेंट में पढ़ाई जाने वाली पाकिस्तान और इजिप्ट के लेखकों की किताबों को अपने पाठ्यक्रम से हटाने का फैसला किया, ये दोनों किताबें यूनिवर्सिटी के एमए और बीए के छात्रों को पढ़ाई जाती थीं।