गाजियाबाद : कांग्रेस नेता और आध्यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ‘हिंदू विरोधी’ रुख को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर हमला किया है. उनका मानना है कि यह उन कारणों में से एक है जिसके चलते उन्हें मध्य प्रदेश में पार्टी के चुनाव अभियान में शामिल होने के लिए नहीं कहा गया.आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक खास इंटरव्यू में कहा, “परेशान होने का कोई कारण नहीं है. हो सकता है कि वे (पार्टी नेतृत्व) हिंदुओं का समर्थन नहीं चाहते हों और वह एक हिंदू गुरु को स्टार प्रचारक बनाने के मकसद में कुछ खामी पाते हों. यह पार्टी का निर्णय है. मैंने महसूस किया है कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं जो भगवान राम से नफरत करते हैं. इन नेताओं को ‘हिंदू’ शब्द से भी नफरत है, वे हिंदू धार्मिक गुरुओं का अपमान करना चाहते हैं. उन्हें यह पसंद नहीं है कि पार्टी में कोई हिंदू धार्मिक गुरु हो.”
आचार्य कृष्णम ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर भी गंभीर सवाल उठाए और कहा, “मुझे लगता है कि इंडिया ब्लॉक जैसी कोई चीज नहीं बची है.”
आचार्य कृष्णम ने कहा, “इंडिया ब्लॉक बनाने का मुख्य लक्ष्य पीएम मोदी को हराना और बीजेपी सरकार को गद्दी से उतारना था. लेकिन दुख की बात यह है कि विपक्ष मोदी से इतनी नफरत करता है कि वे भूल जाते हैं कि वे भारत से नफरत करने लगे हैं. अगर पीएम मोदी नई संसद का उद्घाटन करते हैं तो वे इसका विरोध करते हैं, अगर ट्रेन का नाम ‘वंदे भारत’ रखते हैं तो वे इसका विरोध करते हैं. पीएम की आलोचना करने से कोई नहीं रोकता, लेकिन उनसे नफरत करना ठीक नहीं है. विपक्ष इतना भ्रमित हो गया है कि सब कुछ भूल गया है.”
उन्होंने आगे कहा कि इंडिया ब्लॉक में कोई भी राज्य विधानसभा में महिलाओं पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा की गई टिप्पणी की आलोचना नहीं कर रहा है और अगर हम हर चीज के लिए बीजेपी और मोदी को दोषी ठहराते रहेंगे तो यह एक गलती होगी.
 
	    	 
		     
					











