Roznama Khabrein
No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
اردو
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Home विचार

नए अखिलेश का उदय:—प्रभु चावला

RK News by RK News
July 28, 2024
Reading Time: 1 min read
0

मुलायम सिंह यादव ऐसे पहलवान थे जो दांव-पेंच के माहिर थे. समाजवादी पार्टी बनाकर मुलायम ने उत्तर प्रदेश के विश्वासघाती राजनीतिक अखाड़े में बड़ी कुश्ती लड़ी और जीती. बाद में कई राष्ट्रीय राजनीतिक प्रतियोगिताओं में मुलायम ने रेफरी की भी भूमिका भी निभाई. बेटे अखिलेश यादव ने स्टारडम को समझा. जंतर-मंतर पर एनडीए के खिलाफ क्षेत्रीय दलों के धरने में शामिलकर होकर अखिलेश ने यह साबित कर दिया कि क्षेत्रीय ही राष्ट्रीय हैं. सीएम जगन मोहन रेड्डी के निमंत्रण को स्वीकार कर अखिलेश ने बुद्धिमत्ता का परिचय दिया. 2029 तक समाजवादी पार्टी के लिए राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करना उनका लक्ष्य है. यूपी में 37 लोकसभा सीटें जीतने के बाद से अखिलेश पार्टी और बाहर बहुत सक्रिय हैं. यूपी से बाहर यात्रा करते समय वे ऐसे लोगों से मिलते हैं जो इनपुट और जानकारी दे सकते हैं.
प्रभु चावला लिखते हैं कि अखिलेश ने खुद को लखनऊ तक सीमित रखने के अतीत को पीछे छोड़ दिया है. कोलकाता, पटना, चेन्नई और मुंबई का दौरा करते हुए उन्होंने अपनी राजनीतिक शैली में बड़ा बदलाव किया है. ममता बनर्जी, एमके स्टालिन और तेजस्वी यादव ने लोकसभा चुनाव के बाद से अपने-अपने राज्यों तक खुद को सीमित रखा है. अखिलेश इन सबसे अलग हैं. अखिलेश एक मात्र भारतीय राजनेता हैं जिनके पास कोई सलाहकार नहीं है. अखिलेश ने पिता के एमवाई के राजनीतिक गठबंधन को कमजोर कर दिया है. उन्होंने नया नारा गढ़ा है पीडीए का, जो गेमचेंजर साबित हुआ. पांच सांसदों वाली एसपी अब 37 पर पहुंच चुकी है. फिर भी अखिलेश जल्दबाजी करते नहीं दिखते. वे अपनी राजनीतिक पहचान पर कायम हैं. वे लाल टोपी में बने हुए हैं. अखिलेश दोस्त और दुश्मन, दोनों के खिलाफ खेल रहे हैं. राजनीति में कुछ स्थाई दुश्मन और दोस्त होते हैं लेकिन स्थाई हितों पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता.:(न्यू इंडियन एक्सप्रेस)

RELATED POSTS

ईस्ट इंडिया कंपनी भले खत्म हो गई, उसका डर फिर से दिखने लगा!

इस्लामोफोबिया से मुकाबला बहुत पहले शुरू हो जाना था:–राम पुनियानी

क्या के.सी. त्यागी द्वारा इजरायल को हथियारों की आपूर्ति रोकने के आह्वान के कारण उन्हें अपना पद गँवाना पड़ा?

ShareTweetSend
RK News

RK News

Related Posts

विचार

ईस्ट इंडिया कंपनी भले खत्म हो गई, उसका डर फिर से दिखने लगा!

November 6, 2024
विचार

इस्लामोफोबिया से मुकाबला बहुत पहले शुरू हो जाना था:–राम पुनियानी

September 16, 2024
विचार

क्या के.सी. त्यागी द्वारा इजरायल को हथियारों की आपूर्ति रोकने के आह्वान के कारण उन्हें अपना पद गँवाना पड़ा?

September 5, 2024
विचार

हर शाख पर बाबा बैठे हैं

July 11, 2024
विचार

एनडीए सरकार में हिन्दू राष्ट्रवाद की दिशा
नज़रिया: प्रोफेसर राम पुनियानी

June 17, 2024
विचार

यूपी में गैर जाटव ने भी भाजपा को धूल चटाने में कसर नहीं छोड़ी
नज़रिया:Dr.Ravikant

June 15, 2024
Next Post

मोदी के खिलाफ कांग्रेस का विशेषाधिकार प्रस्ताव, अनुराग ठाकुर की स्पीच शेयर की थी

SC/ST में कोटा के अंदर कोटा को परमिशन, सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended Stories

—तो हम 2002 दोहराएंगे यह हिंदुओं का भारत है पाकिस्तान नहीं: वीएचपी नेता की मुसलमानों को धमकी

April 3, 2023

लोकतंत्र नहीं,वंशवादी राजनीति को खतरा : अमित शाह

April 7, 2023

भारत में ‘मुसलमानों के खिलाफ हिंसा’ के सवाल पर अमेरिका में निर्मला सीतारमण ने यह दिया जवाब

April 11, 2023

Popular Stories

  • मेवात के नूह में तनाव, 3 दिन इंटरनेट सेवा बंद, 600 परFIR

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • कौन हैं जामिया मिलिया इस्लामिया के नए चांसलर डॉक्टर सैय्यदना सैफुद्दीन?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • NCERT Recruitment 2023 में नौकरी पाने का जबरदस्त मौका, कल से शुरू होगा आवेदन, जानें तमाम डिटेल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • नूपुर को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, कहा- बयान के लिए टीवी पर पूरे देश से माफी मांगे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • दुआएं कुबूल, हल्द्वानी में नहीं चलेगा बुलडोजर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • वक्फ बिल:मुसलमानों का विरोध देखते हुए JDU ने पलटी मारी’ TDP भी बिल के विरोध मे उत्तरी

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
Roznama Khabrein

The Roznama Khabrein advocates rule of law, human rights, minority rights, national interests, press freedom, and transparency on which the newspaper and newsportal has never compromised and will never compromise whatever the costs.

More... »

Recent Posts

  • पाकिस्तान के 400 ड्रोन तबाह, 36 जगह से घुसपैठ नाकाम ,पढ़िए सेना ने क्या-क्या बताया
  • भारत-पाक‌के सैन्य तनाव; आईपीएल 2025 अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
  • लाहौर में कई धमाके सुने गए, LoC पर भयानक गोलाबारी जारी

Categories

  • Uncategorized
  • अन्य
  • एजुकेशन
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • विचार
  • समाचार
  • हेट क्राइम

Quick Links

  • About Us
  • Support Us
  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • Grievance
  • Contact Us

© 2021 Roznama Khabrein Hindi

No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو

© 2021 Roznama Khabrein Hindi