Roznama Khabrein
No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
اردو
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Home विचार

जिंदा’ हो सकती है कांग्रेस!: एक नजरिया
लेखक: करण थापर

RK News by RK News
March 12, 2023
Reading Time: 1 min read
0

करन थापर हिंदुस्तान टाइम्स में लिखते हैं कि निराशा के बीच अगर कोई नेता अपनी पार्टी के पुनरोद्धार के बारे में सोचता है तो यह स्वाभाविक है. ऐसा अगले चुनाव में या आने वाले कई एक चुनाव के बाद हो सकता है. मगर, दो चुनावों में लगातार पराजय के बाद पुनरोद्धार के विचार को खारिज नहीं किया जा सकता. हमें न तो ब्रिटेन में लिबरल्स के गौरवशाली अतीत को भूलना चाहिए और न ही अपने देश में स्वतंत्र पार्टी, जनता पार्टी और शायद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को भी. कांग्रेस के मामले में देखें तो बिहार, यूपी, तमिलनाडु, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में सिमटने के बाद कांग्रेस कभी दोबारा सत्ता में नहीं आ सकी.

करन थापर राजनीतिक विश्लेषक पालशिकर के हवाले से लिखते हैं कि कांग्रेस को संगठनात्मक रूप से और राजनीतिक गोलबंदी के मोर्चे पर काम करने की जरूरत है. संगठन को लोकतांत्रिक होना होगा. कांग्रेस वर्किंग कमेटी में चुनाव जरूरी है. मंथन से ही पार्टी को जिंदगी मिल सकती है.
गांधी परिवार को अपवाद रखते हुए कांग्रेस अपने संगठन में ‘एक परिवार एक पद’ का नारा लागू कर सकती है. इससे क्षेत्रीय स्तर पर काबिज दबंग परिवारों का एकाधिकार खत्म होगा. राजनीतिक गोलबंदी पर पालशिकर के हवाले से लेखक कहते हैं कि कांग्रेस को और विनम्र होना होगा. नेतृत्व करने की जिद भी कांग्रेस को छोड़नी होगी. क्रोनी कैपिटलिज्म और सांप्रदायिकता जैसे मुद्दे पर कांग्रेस आम जनता को कितना जगा पाती है, यह भी महत्वपूर्ण है. फिलहाल जनता इन मुद्दों से खुद को कनेक्ट नहीं कर पा रही है

RELATED POSTS

आखिरकार चंद्रचूड़ ने हिंदुत्व के प्रति अपनी निष्ठा साबित कर दी…

बिहार चुनाव 2025:इस बार मुसलमान नितीश बाबू के “अरमान”पूरे करेंगे?

मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी, इक्का-दुक्का आवाज़ें,हर तरफ सन्नाटा!

ShareTweetSend
RK News

RK News

Related Posts

विचार

आखिरकार चंद्रचूड़ ने हिंदुत्व के प्रति अपनी निष्ठा साबित कर दी…

October 9, 2025
विचार

बिहार चुनाव 2025:इस बार मुसलमान नितीश बाबू के “अरमान”पूरे करेंगे?

October 3, 2025
विचार

मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी, इक्का-दुक्का आवाज़ें,हर तरफ सन्नाटा!

October 1, 2025
विचार

फिलस्तीन पर ज़ुल्मःभारत की खामोशी तटस्थता नहीं है•=सोनिया गांधी का विशेष लेख

September 25, 2025
विचार

भारत को UAPA के खिलाफ एक जन आंदोलन की जरूरत है

September 20, 2025
विचार

क्या क़तर ने हमास को धोखा दिया? इज़रायली हमले के पीछे 3 theories

September 12, 2025
Next Post

लालू के पैसे वाले नेताओं पर नजर!

सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन जामिया यूनिवर्सिटी के चांसलर चुने गए

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended Stories

यूपी;अब बिना प्रवेश परीक्षा के होगा एमएससी नर्सिंग में दाखिला

January 2, 2023

अजमेर दरगाह को संकटमोचन महादेव विराजमान मंदिर घोषित किया जाए… हिंदू सेना की माँग’ खटखटाया कोर्ट का दरवाजा

September 24, 2024
गुजरात मॉडल की तर्ज पर सरकार और संगठन में फेरबदल का प्लान!

गुजरात मॉडल की तर्ज पर सरकार और संगठन में फेरबदल का प्लान!

December 17, 2022

Popular Stories

  • दिल्ली में 1396 कॉलोनियां हैं अवैध, देखें इनमें आपका इलाका भी तो नहीं शामिल ?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • मेवात के नूह में तनाव, 3 दिन इंटरनेट सेवा बंद, 600 परFIR

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • कौन हैं जामिया मिलिया इस्लामिया के नए चांसलर डॉक्टर सैय्यदना सैफुद्दीन?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • NCERT Recruitment 2023 में नौकरी पाने का जबरदस्त मौका, कल से शुरू होगा आवेदन, जानें तमाम डिटेल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • पकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में महिला यूट्यूबर ज्योति गिरफ्तार, पूछताछ में किए बड़े खुलासे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • नूपुर को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, कहा- बयान के लिए टीवी पर पूरे देश से माफी मांगे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
Roznama Khabrein

The Roznama Khabrein advocates rule of law, human rights, minority rights, national interests, press freedom, and transparency on which the newspaper and newsportal has never compromised and will never compromise whatever the costs.

More... »

Recent Posts

  • मुस्लिम आबादी 14.2% फिर अल्पसंख्यक कैसे,?अल्पसंख्यकों की परिभाषा फिर से तय हो: भाजपा नेता की मांग
  • बिहार: महागठबंधन में फूट! इन 8 सीटों पर “friendly figh”होगी
  • हिंसा,मॉब-लिंचिंग और गौरक्षकों पर तहसीन पूनावाला दिशानिर्देशों की उपेक्षा निंदनीय :मौलाना महमूद मदनी

Categories

  • Uncategorized
  • अन्य
  • एजुकेशन
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • विचार
  • समाचार
  • हेट क्राइम

Quick Links

  • About Us
  • Support Us
  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • Grievance
  • Contact Us

© 2021 Roznama Khabrein Hindi

No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو

© 2021 Roznama Khabrein Hindi